हैलो दोस्तों, आज मैं आपके लिए कुछ one sided love shayari लेकर आया हूँ, जो उन अनकहे लम्हों को बयान करती हैं जब दिल किसी के लिए धड़कता है, मगर वो एहसास कभी उस तक पहुँच नहीं पाता। ये शायरी उस तड़प की आवाज़ है, जब सीने में एक हल्की-सी कसक उठती है और आँखें चुपचाप उन ख्वाबों को समेट लेती हैं, जो कभी हकीकत नहीं बन पाते।
One sided love shayari कोई साधारण एहसास नहीं होती। ये वो दर्द है जो हर साँस के साथ बढ़ता है, जब वो शख्स आपकी दुनिया का हिस्सा तो होता है, मगर आप उसकी दुनिया में कहीं नहीं ठहरते। कभी-कभी ये खामोश मोहब्बत इतनी गहरी हो जाती है कि हर नज़र, हर बात, एक अनसुना सवाल बनकर रह जाती है – “काश वो भी समझ पाता?” लेकिन सच तो ये भी है कि इसी अधूरी कहानी में एक अजीब-सी ताकत छुपी होती है, जो हमें सिखाती है कि प्यार करना ही काफी है, बिना किसी उम्मीद के, बिना किसी जवाब के।
तो दोस्तों, अगर ये one sided love shayari आपके दिल के किसी कोने को छू जाए, तो इन्हें अपनी उस खामोश मोहब्बत के साथ महसूस करें। और हाँ, अगर मन करे तो इन्हें अपने दोस्तों के साथ शेयर करें, शायद उनकी अनकही कहानी भी इन लफ्जों में कहीं अपनी जगह तलाश ले।
छुपी मोहब्बत के एहसास (Feelings of Hidden Love)

मेरी नज़रें तुम्हें ढूंढती हैं हर पल,
पर लबों पे तेरा नाम ला नहीं सकता।
दिल में एक शोर है तेरे नाम का,
मगर ज़ुबान ख़ामोश रखने को मजबूर है।
तेरी हर मुस्कान पे मरता हूँ चुपके से,
तुझे ख़बर भी नहीं, क्या आलम है मेरा।
जब तुम पास होते हो, धड़कनें बढ़ जाती हैं,
पर कहने की हिम्मत जुटा नहीं पाता।
मेरी डायरी के पन्नों में तुम हो हर जगह,
हक़ीक़त में तुम मेरे पास नहीं।
तुम्हारी बातें किसी और से सुनकर,
दिल में एक अजीब सी टीस उठती है।
काश इशारों में ही समझ जाते तुम,
मेरे दिल की हर अनकही बात।
तुम्हें देखकर जी लेना ही मेरी आदत है,
तुमसे कुछ पाने की चाहत अब नहीं।
हर दुआ में तेरा ज़िक्र होता है,
मगर दुआओं में तुझे मांग नहीं सकता।
ये कैसी मोहब्बत है,
जहाँ इज़हार भी गुनाह लगता है।
तेरी ख़ुशी में अपनी ख़ुशी ढूंढ लेता हूँ,
भले ही उस ख़ुशी की वजह मैं न हूँ।
तेरी तस्वीर से बातें कर लेता हूँ अक्सर,
सामने कहने का हौसला कहाँ मुझमें।
मेरे ख़ामोश इश्क़ की तुम गवाह हो रातें,
कैसे कटती हैं तुम्हें सोचते हुए।
तुम मेरी ज़िंदगी की वो कहानी हो,
जिसे मैं सिर्फ़ महसूस कर सकता हूँ, सुना नहीं।
हवा का हर झोंका तेरा एहसास दिलाता है,
पर तुम मेरे एहसास से बेख़बर हो।
बस एक बार पलट कर देख लेते तुम,
शायद मेरी आँखों में अपना अक्स पा लेते।
तुम्हें पता भी नहीं कि कोई है,
जो तुम्हारे लिए हर पल जीता है।
ये दिल भी कितना नादान है,
उसी पर मरता है जिसे इसकी कदर नहीं।
छुप छुप कर तेरा दीदार करना,
इश्क़ का ये पहलू भी हसीन लगता है।
अपनी ही बनाई दुनिया में खुश हूँ,
जहाँ तुम सिर्फ़ मेरे हो, और किसी के नहीं।
एक तरफ़ा इश्क़ का दर्द (The Pain of One-Sided Love)

रोज़ जलता हूँ तेरी मोहब्बत की आग में चुपचाप,
तुझे ख़बर भी नहीं, कैसा है मेरा हाल।
ये एक तरफ़ा सफ़र कितना तन्हा है,
मंज़िल तुम हो, पर रास्ता मेरा नहीं।
आँखों में समंदर है तेरे इंतज़ार का,
पर तू किसी और किनारे पर खड़ा है।
तेरा नाम लेकर मुस्कुरा देता हूँ कभी,
कभी उसी नाम से आँसू छलक जाते हैं।
कितना मुश्किल है उस शख़्स को चाहना,
जिसका होना कभी मुमकिन ही नहीं।
दिल टूटता है हर रोज़ थोड़ा थोड़ा,
जब तुम किसी और का ज़िक्र करते हो।
मेरी हर कोशिश नाकाम रही तुम्हें पाने की,
शायद किस्मत को ये मंज़ूर ही नहीं।
दर्द इतना है कि बयां नहीं कर सकता,
बस अंदर ही अंदर घुटता रहता हूँ।
काश ये दिल पत्थर का होता,
न धड़कता, न यूँ तेरे लिए तड़पता।
तेरी बेरुखी भी सिर आँखों पर, क्या करें,
दिल को तेरी आदत जो हो गयी है।
हर आहट पर लगता है तुम आए हो,
ये वहम भी मुझे जीने नहीं देता।
तुमसे मोहब्बत करना मेरी ख़ता थी शायद,
जिसकी सज़ा मैं आज तक भुगत रहा हूँ।
तेरी यादें ज़ख्मों पर नमक का काम करती हैं,
फिर भी उन यादों के सहारे जीता हूँ।
ये इश्क़ नहीं आसान, बस इतना समझ लीजे,
एक आग का दरिया है और डूब के जाना है।
कभी कभी लगता है हार मान लूँ,
पर ये दिल फिर तेरी ओर चल पड़ता है।
मेरा इश्क़ अधूरा ही सही, पर सच्चा है,
शायद इसीलिए इतना दर्द देता है।
तुम तो अपनी दुनिया में मगन हो,
तुम्हें क्या पता कोई राख हो रहा है।
जिस मोड़ पर तुमने छोड़ा था,
मैं आज भी वहीं खड़ा हूँ, तेरे इंतज़ार में।
रात भर करवटें बदलता रहता हूँ,
नींद आँखों से कोसों दूर रहती है।
सबसे मुश्किल है मुस्कुराते रहना,
जब दिल अंदर से रो रहा हो।
दूर से देखने की चाहत (The Desire to Watch From Afar)

बस दूर से देखकर मुस्कुरा लेता हूँ तुम्हें,
मेरे हिस्से में शायद इतना ही दीदार लिखा है।
तुम्हारी दुनिया में मेरा कोई किरदार नहीं,
पर मेरी दुनिया सिर्फ़ तुम ही तुम हो।
क़रीब आने की कोशिश नहीं करता अब,
दूर रहकर ही तुम्हें अपना मानता हूँ।
तुम्हारी एक झलक मिल जाए अगर,
दिन बन जाता है मेरा।
तुम गुज़रते हो पास से अनजान बनकर,
और मेरी साँसें थम जाती हैं।
छत पर खड़े होकर तेरा रास्ता तकना,
ये भी इश्क़ की एक इबादत है।
काश मैं हवा होता,
तुम्हें छूकर गुज़र जाता और तुम्हें पता भी न चलता।
तुम्हारी महफ़िल में शामिल तो नहीं,
पर दूर से ही रौनक देख लेता हूँ।
तुम अपनी कहानी कहते हो किसी और को,
मैं दूर बैठा बस सुनता रहता हूँ।
मेरे लिए तुम्हारा होना ही काफ़ी है,
भले ही तुम मेरे लिए न हो।
तुम्हें देखते रहना सुकून देता है दिल को,
चाहे ये देखना एक तरफ़ा ही क्यों न हो।
भीड़ में भी मेरी नज़रें सिर्फ़ तुम्हें तलाशती हैं,
और मिल जाओ तो थम जाती हैं।
तुम्हारे चेहरे की मासूमियत को तकते रहना,
मेरी पसंदीदा आदत बन गयी है।
तुम्हारे आस-पास रहना अच्छा लगता है,
भले ही तुम मुझसे कोसों दूर हो।
ये दूरी भी अजीब है,
तुम सामने होते हो पर फ़ासले कम नहीं होते।
कभी तो मेरी नज़र से खुद को देखो तुम,
पता चलेगा कितने ख़ास हो तुम।
तुम्हारी हर अदा को चुपके से कैद कर लेता हूँ,
अपनी यादों के कैमरे में।
दूर रहकर भी तुम्हारे कितने क़रीब हूँ मैं,
ये सिर्फ़ मेरा दिल जानता है।
तुम्हें सोचते हुए मुस्कुराना,
और फिर अचानक उदास हो जाना, यही है मेरी कहानी।
बस इतनी सी हसरत है, तुम जहाँ रहो ख़ुश रहो,
मेरा क्या है, मैं तो तुम्हें देखकर ही जी लूँगा।
उम्मीद और इंतज़ार (Hope and Waiting)

आज भी उसी मोड़ पर खड़ा इंतज़ार करता हूँ,
क्या पता कभी तुम पलट कर देख लो।
एक धुंधली सी उम्मीद है दिल में कहीं,
कि शायद कभी तुम मेरे हो जाओगे।
वक़्त गुज़र रहा है, पर इंतज़ार ख़त्म नहीं होता,
तुम्हारी राह तकते उम्र बीत जाएगी।
हर नए दिन के साथ एक आस जगती है,
शायद आज तुम कुछ कहो, शायद आज…
जानते हैं नामुमकिन है तेरा मिलना,
फिर भी दिल उम्मीद लगाए बैठा है।
इंतज़ार में भी एक अलग मज़ा है,
जब पता हो कि वो शायद कभी नहीं आएँगे।
तुम्हारी एक हाँ सुनने को कान तरस गए,
पर तुम ख़ामोश ही अच्छे लगते हो।
उम्मीद का दामन थामे बैठा हूँ कब से,
काश ये उम्मीद कभी टूटे ना।
मेरे सब्र का इम्तिहान कब तक लोगे तुम,
अब तो ख़ुदा भी शायद तरस खा जाए।
शायद किसी दिन तुम्हें मेरा ख़याल आए,
बस इसी ख़याल के सहारे जी रहा हूँ।
ये इंतज़ार की घड़ियाँ भी कितनी लम्बी होती हैं,
कटती ही नहीं तुम्हारे बिना।
हवाएँ भी तेरा पैग़ाम नहीं लातीं,
फिर भी खिड़की पर बैठा रहता हूँ।
क्या पता कल हालात बदल जाएँ,
इसी उम्मीद में हर रात गुज़र जाती है।
तेरा इंतज़ार करना मेरी आदत नहीं,
मेरी मोहब्बत का हिस्सा बन गया है।
उम्मीद रखना गुनाह तो नहीं,
शायद मेरी दुआ किसी दिन क़बूल हो जाए।
जब तक साँस है, आस है,
शायद कभी तो समझोगे मेरे जज़्बात।
थक गया हूँ इंतज़ार करते करते,
पर दिल है कि मानता नहीं।
तुम्हारी तरफ़ से कोई इशारा मिल जाए,
तो शायद ये इंतज़ार कुछ कम हो जाए।
हर दस्तक पर दिल धड़क उठता है,
लगता है शायद तुम आए हो।
उम्मीद ही है जो ज़िंदा रखे हुए है,
वर्ना कब के टूट कर बिखर गए होते।
खामोश ज़ुबान, रोती आँखें (Silent Tongue, Crying Eyes)

जो बातें ज़ुबान कह नहीं पाती कभी,
वो अक्सर मेरी भीगी पलकें बयां कर देती हैं।
ख़ामोशी में भी एक शोर है गहरा,
जो सिर्फ़ तुम्हें पुकारता है।
लफ़्ज़ों में कहाँ बयां होता है ये दर्द,
आँसू ही हैं जो ज़ुबान बन जाते हैं।
तुमसे नज़रें मिलाने से डरता हूँ अब,
कहीं मेरी आँखों का समंदर छलक न जाए।
होंठों पर मुस्कान सजाए रखता हूँ,
पर आँखों की नमी छुपा नहीं पाता।
रात के अंधेरे में अक्सर रो लेता हूँ,
दिन के उजाले में मुस्कुराने की हिम्मत जुटाने के लिए।
काश तुम मेरी ख़ामोशी पढ़ पाते,
तो जान जाते कितना इश्क़ है तुमसे।
कितने राज़ छुपाए बैठी हैं ये आँखें,
बस एक तेरे दीदार की प्यास है इनमें।
जब भी तेरी याद आती है,
तकिये को गले लगा कर रो लेता हूँ।
ज़ुबान ख़ामोश है, मगर दिल चीख़ रहा है,
सुनो कभी इसकी आवाज़।
मेरी आँखों में देखो कभी ग़ौर से,
तुम्हें अपनी तस्वीर और मेरा दर्द नज़र आएगा।
हर आँसू में तेरा ही अक्स होता है,
बता कैसे भुला दूँ मैं तुझे।
चुप रहना मेरी मजबूरी है शायद,
वरना कहने को तो पूरी कायनात है।
अंदर का तूफ़ान कोई देख नहीं पाता,
बाहर सब शांत नज़र आता है।
तेरी याद में बहाए आँसू मोतियों जैसे हैं,
जिन्हें मैं किसी को दिखा नहीं सकता।
सिसकियाँ भी अब ख़ामोश हो गयी हैं,
दर्द इतना गहरा हो गया है।
मुस्कुराने की कोशिश में,
आँखें अक्सर भीग जाती हैं।
ये आँखें गवाह हैं मेरी मोहब्बत की,
जो तेरे सामने हमेशा झुक जाती हैं।
लफ़्ज़ ख़त्म हो गए, एहसास बाक़ी हैं,
आँखें नम हैं, इंतज़ार बाक़ी है।
काश कोई होता जो आँखों की ज़ुबान समझता,
तो मुझे कुछ कहने की ज़रूरत न पड़ती।
ख़्वाबों की दुनिया और हक़ीक़त (World of Dreams and Reality)

मेरे ख्वाब बहुत हसीन हैं,
क्योंकि उनमें तुम मेरे होते हो।
हकीकत में न सही,
ख्वाबों में तो रोज़ मिलते हो तुम मुझसे।
आँख खुलते ही तुम दूर हो जाते हो,
ये सुबह मुझे अच्छी नहीं लगती।
काश ये ज़िंदगी एक ख्वाब होती,
और उस ख्वाब में तुम हमेशा मेरे साथ होते।
हकीकत की धूप बड़ी तेज़ है,
मैं अक्सर तेरे ख्वाबों की छाँव में चला जाता हूँ।
ख्वाबों में तुम्हारा हाथ थाम लेता हूँ,
हकीकत में तो तुम्हारी परछाई भी मेरी नहीं।
तेरी यादें और मेरे ख्वाब,
बस यही दो सहारे हैं जीने के लिए।
कभी कभी डर लगता है आँखें खोलने से,
कहीं मेरा खूबसूरत ख्वाब टूट न जाए।
हकीकत जान कर भी अनजान बना रहता हूँ,
ख्वाबों की दुनिया ज़्यादा सुकून देती है।
ख्वाब में तुम मुस्कुराते हो मेरी तरफ देखकर,
काश हकीकत में भी ऐसा हो पाता।
मेरी रातों का सुकून हो तुम,
मेरे दिन की बेचैनी भी तुम ही हो।
हकीकत जितनी कड़वी है,
ख्वाब उतने ही मीठे हैं तेरे।
ख्वाबों में बनाए महल हकीकत में रेत के ढेर निकले।
जब हकीकत थक जाती है रुलाते हुए,
तब तेरे ख्वाब आकर हौसला देते हैं।
नींद भी अब तेरी खातिर आती है,
ताकि ख्वाबों में तेरा दीदार हो सके।
एक दुनिया है मेरी, जो सिर्फ ख्वाबों में बसती है,
और वहाँ तुम मेरे बादशाह हो।
हकीकत से ज़्यादा वफ़ादार तो मेरे ख्वाब हैं,
जो रोज़ तुम्हें मुझसे मिलाते हैं।
ख्वाब देखना छोड़ दूँ तो जी नहीं पाऊँगा,
हकीकत जीने नहीं देती।
सुबह उठकर अक्सर तकिये पर तेरे ख्वाब के निशां ढूंढता हूँ।
तुम हकीकत में किसी और के हो,
पर मेरे ख्वाबों पर सिर्फ मेरा हक़ है।
सिर्फ़ दोस्त या कुछ और? (Just Friends or Something More?)

दोस्ती का रिश्ता भी खूब निभा रहा हूँ मैं,
पर दिल की कशमकश तुम्हें कैसे समझाऊँ।
तुम दोस्त कहकर बुलाते हो,
और मेरा दिल धड़कना भूल जाता है।
कितना मुश्किल है दोस्त बनकर रहना,
जब रगों में इश्क़ दौड़ता हो।
तुम्हारी हर बात दोस्त की तरह सुनता हूँ,
पर चाहता तुम्हें महबूब की तरह हूँ।
ये दोस्ती की दीवार बहुत ऊँची है,
इश्क़ चाह कर भी इसे लांघ नहीं पाता।
काश तुम समझ पाते, मेरी दोस्ती सिर्फ़ दोस्ती नहीं,
उससे कहीं ज़्यादा है।
तुम्हारे साथ हँसता हूँ, बातें करता हूँ,
पर अंदर ही अंदर तुम्हें पाने की दुआ करता हूँ।
“तुम मेरे सबसे अच्छे दोस्त हो” –
तुम्हारे ये लफ़्ज़ तीर की तरह चुभते हैं।
दोस्त बनकर तेरे क़रीब तो हूँ,
पर ये क़रीबी भी दूरी का एहसास कराती है।
हर बार तुम्हें किसी और के साथ देखकर,
दोस्ती का नक़ाब ओढ़कर मुस्कुराना पड़ता है।
डरता हूँ कहीं दोस्ती भी न टूट जाए,
इसलिए अपने इश्क़ को छुपाए रखता हूँ।
मेरे ज़ख़्मों पर मरहम भी तुम लगाते हो दोस्त बनकर,
क्या पता ज़ख़्म देने वाले भी तुम ही हो।
तुम्हें हक़ है मुझे दोस्त समझने का,
पर मेरे दिल को ये हक़ कौन दे।
अगर हम दोस्त न होते,
तो शायद मैं अपने दिल की बात कह पाता।
दोस्ती के पर्दे में इश्क़ कब तक छुपाऊँ,
साँसें घुटती हैं अब।
तुम्हारी दोस्ती मेरे लिए अनमोल है,
पर मेरा इश्क़ उससे भी ज़्यादा कीमती है।
इस दोस्ती वाले रिश्ते में, मेरा इश्क़ कहीं गुम हो गया है।
कभी मेरी आँखों में झाँक कर देखो,
तुम्हें दोस्ती से ज़्यादा कुछ नज़र आएगा।
तुमसे दूर भी नहीं जा सकता,
और दोस्त से ज़्यादा क़रीब भी नहीं आ सकता।
ये कैसा रिश्ता है,
जहाँ दोस्ती भी है और एक तरफ़ा इश्क़ भी।
क़िस्मत का खेल (The Game of Fate)

लकीरें हाथों की भले साथ न दें हमारा,
पर दिल की हर लकीर पर तेरा ही नाम है।
क़िस्मत ने मिलाया तो था तुमसे,
पर शायद मिलाना ही लिखा था, मिलाना नहीं।
कोशिशें हज़ार कीं तुझे पाने की,
पर शायद मेरी क़िस्मत में तेरा इंतज़ार ही लिखा है।
ये क़िस्मत भी क्या खेल खेलती है,
जिससे मोहब्बत हुई, वही नसीब में नहीं।
मैं क़िस्मत से लड़ तो सकता हूँ तेरे लिए,
पर तेरी मर्ज़ी के आगे बेबस हूँ।
शायद पिछले जन्म का कोई क़र्ज़ है तुझ पर,
जो इस जन्म में एक तरफ़ा चाहत बन कर मिला है।
कभी-कभी सोचता हूँ,
क्या क़िस्मत में सिर्फ़ तेरा दीदार ही लिखा है, तेरा साथ नहीं?
अगर मिलना क़िस्मत में नहीं,
तो खुदा ने तुम्हें इतना ख़ास बनाया ही क्यों?
हर सितारे से माँगा है तुझे दुआओं में,
पर शायद क़िस्मत के सितारे गर्दिश में हैं।
क़िस्मत को कोसने से क्या हासिल होगा,
उसने तो बस अपना फ़र्ज़ निभाया है।
काश क़िस्मत लिखने का हक़ मुझे मिलता,
तो अपनी तक़दीर में सिर्फ़ तेरा नाम लिखता।
ये जानते हुए भी कि तुम मेरे नहीं हो सकते,
तुम्हें चाहना मेरी क़िस्मत बन गयी है।
क़िस्मत का लिखा कौन टाल सकता है,
मेरा इश्क़ शायद अधूरा रहने के लिए ही बना था।
तुम मेरी क़िस्मत में न सही,
मेरी हर ख़ुशी की वजह ज़रूर हो।
जब भी क़िस्मत से शिकायत होती है,
तेरा मुस्कुराता चेहरा देख कर चुप हो जाता हूँ।
क्या पता क़िस्मत किसी रोज़ मेहरबान हो जाए,
और तुम अनजाने में ही सही, मेरे हो जाओ।
क़िस्मत ने दूर रखा है हमें,
पर यादों पर तो उसका भी बस नहीं चलता।
अजीब कश्मकश है, दिल क़िस्मत से लड़ना चाहता है,
और क़िस्मत दिल से।
चलो मान लिया क़िस्मत में तुम नहीं,
पर तुम्हें चाहने से तो क़िस्मत भी नहीं रोक सकती।
क़िस्मत के फ़ैसले मंज़ूर हैं मुझे,
गर तेरी ख़ुशी इसी में है।
अधूरी कहानी (Incomplete Story)

हम दोनों एक कहानी के दो किनारे हैं,
जो साथ चलते तो हैं, पर कभी मिल नहीं पाते।
मेरी मोहब्बत की किताब का हर पन्ना तुम हो,
बस आख़िरी पन्ना ख़ाली रह गया।
ये इश्क़ की कहानी शुरू तो हुई थी,
पर इसका अंजाम लिखना शायद खुदा भूल गया।
तुम मेरी ज़िंदगी की वो अधूरी ग़ज़ल हो,
जिसे मैं पूरा करना चाहता हूँ, पर अल्फ़ाज़ नहीं मिलते।
कुछ कहानियाँ अधूरी ही खूबसूरत लगती हैं,
शायद हमारी कहानी भी उन्हीं में से एक है।
मैं अपनी कहानी का वो किरदार हूँ, जिसका ज़िक्र तो है,
पर कहानी उसके बिना ही पूरी हो जाती है।
काश इस अधूरी कहानी का कोई अंत होता,
चाहे वो ख़ुशी का हो या ग़म का।
तुम्हें पाना इस कहानी का हिस्सा नहीं था शायद,
तुम्हें चाहना ही मेरी कहानी थी।
हर कहानी का हीरो मैं नहीं होता,
कुछ कहानियों में बस एक तरफ़ा आशिक़ होता है।
ये कहानी अधूरी है,
पर इसमें एहसास पूरे हैं, शिद्दत पूरी है।
कभी फुर्सत मिले तो पढ़ना मेरी आँखों को,
तुम्हें हमारी अधूरी कहानी नज़र आएगी।
जिस मोड़ पर कहानी अधूरी छूटी थी,
मैं आज भी वहीं तेरे लौटने का इंतज़ार कर रहा हूँ।
अधूरा इश्क़, अधूरी कहानी, और एक मैं,
जो पूरा होकर भी अधूरा है तेरे बिना।
काश कोई जादू होता,
और ये अधूरी कहानी मुकम्मल हो जाती।
ज़िंदगी की किताब में,
तेरा अध्याय अधूरा रह गया।
हर रात सपनों में इस कहानी को पूरा करता हूँ,
सुबह होते ही हक़ीक़त फिर अधूरा कर देती है।
शायद कुछ कहानियाँ इसीलिए अधूरी रह जाती हैं,
ताकि उनकी चाहत हमेशा ज़िंदा रहे।
अधूरी कहानी का दर्द भी मीठा लगता है,
जब कहानी का हिस्सा तुम जैसा कोई हो।
इस कहानी का अंत चाहे जो भी हो,
शुरुआत तुमसे हुई थी, यही काफ़ी है।
मैं और मेरी तन्हाई,
इस अधूरी कहानी के दो सच्चे साथी हैं।
Best One sided love shayari video
तो दोस्तों, ये one sided love shayari शायद आपके दिल की उन अनसुनी बातों को लफ्ज़ दे सके, जो कहीं न कहीं हर उस शख्स के सीने में दबी होती हैं, जिसने कभी चुपचाप किसी से मोहब्बत की है। इन शब्दों को अपने एहसासों का आईना बनाएं, और अगर ये आपके दिल को सुकून दें या आँखों को नम कर जाएँ, तो समझ लीजिएगा कि ये शायरी अपनी मंज़िल तक पहुँच गई।
चलते-चलते बस इतना कहूँगा – प्यार अधूरा हो तो क्या, उसकी खूबसूरती तो बरकरार रहती है। मिलते हैं फिर किसी नए एहसास के साथ, तब तक के लिए अलविदा!
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FAQ
Can one sided love shayari really express the pain of the heart?
हाँ, बिल्कुल! One sided love shayari वो लफ्ज़ हैं जो उन अनकहे एहसासों को आवाज़ देते हैं, जो हम किसी से कह नहीं पाते। ये शायरी आपके सीने की कसक को शब्दों में ढालकर आपको हल्का महसूस करा सकती है।
Is one sided love shayari meant for everyone?
जी हाँ, ये शायरी हर उस इंसान के लिए है जिसने कभी खामोश मोहब्बत की तड़प को महसूस किया हो। चाहे आपकी कहानी अधूरी हो या अनसुनी, ये लफ्ज़ आपके दिल की बात को ज़रूर छूएँगे।
Why should I share one sided love shayari with my friends?
क्योंकि शायद आपके दोस्तों के दिल में भी कोई ऐसी कहानी छुपी हो, जो इन शब्दों में अपनी जगह पा ले। ये शायरी न सिर्फ आपके एहसास को बाँटती है, बल्कि दूसरों को भी अपनी भावनाओं से जुड़ने का मौका देती है।
Can one sided love shayari help reduce the pain?
दर्द शायद पूरी तरह कम न हो, लेकिन ये शायरी उस दर्द को एक खूबसूरत रूप दे सकती है। इसे लिखने या पढ़ने से आपको अपनी भावनाओं को समझने और उन्हें स्वीकार करने की ताकत मिलती है।
Why does one sided love shayari feel so deep?
क्योंकि एकतरफा प्यार अपने आप में एक अनोखा एहसास है – न उम्मीद, न जवाब, बस एक खामोश जुनून। ये गहराई उसी तड़प और उसकी सादगी से आती है, जो इसे हर दिल तक पहुँचा देती है।